आप सभी से एक निवेदन करना चाहता हू की आप बस पाँच मिनट देकर ये पूरी कहानी पढ़ ले।
आज सुबह कानपुर रेलवे स्टेशन पर एक अपाहिज लड़के को देखा जिसके पैर नही थे और वो बोल भी नही पाता था। स्टेशन पर लोगो से मदद मांग रहा था पर कोई उसकी तरफ ध्यान नही दे रहा था थोड़ी देर बाद वो मेरे पास पहुँचा। मै उस वक्त केला खाने जा रहा था तो मैने पैसे देने की जगह सोचा की उसे कुछ खिला दू क्योकि मै ज्यादातर ऐसे लोगो को खाना खिलाने मे यकीन करता हु अतः मैने उसे एक केला दिया। उसने वो केला इतनी जल्दी खतम कर दिया की मुझे तुरंत लग गया की उसे बहुत भूख लगी है तो मैने उसे तुरंत एक और केला दिया उसने झट से वो केला भी खतम कर दिया मैने उससे पूछने की कोशिश की कि और कुछ खाओगे तो उसने हा मे जवाब दिया फिर मैने उसको बिस्कुट का पैकेट खरीद कर दे दिया वो उसे खाने लगा थोड़ी देर बाद सोचा की उस चाय भी पिला दू। फिर उसके लिए चाय लेकर आया। और असली कहानी अब शुरू हुई वो चाय नही पी रहा था मना कर रहा था कुछ बताने की कोशिश कर रहा था पर मुझे कुछ समझ नही आया सो मै उसे बार बार बोल रहा था की चाय पी लो फिर थोड़ी देर बाद नेहा की मदद से समझ मे आया की वो मुझे चाय पीने को बोल रहा है मैने मना किया लेकिन वो मुझे रट लगाए हुए था की चाय पी लो मुझे कुछ समझ नही आया मैने चाय पीना शुरू कर दिया क्योकि मुझे ऐसा लगा की वो थोडी चाय मुझे पिलाना चाहता था मैने उसकी तरफ कप बढ़ाया मगर उसने फिर से मुझे बोला की और पी लो फिर थोड़ी सी चाय फिर मैने उसकी तरफ कप बढ़ाया तीन चार बार तक यही चलता रहा फिर आखिर मे ये समझ मे आया की वो चाहता है की मै पूरी चाय पी लू फिर जब चाय खतम हो गयी तब समझ मे आया की वो उस कप की चाय खतम कराकर उसमे पानी पीना चाहता था। फिर अखिर मे मैने उसे उस कप मे पानी लाकर दिया और उसने आराम से पानी पी लिया। इसी कहानी के बीच मे जो लोग इस भाई को इग्नोर कर रहे थे सब लोगो ने आकर इसकी मदद की कुछ पैसे देकर। और आखिर मे मैने भी भाई को कुछ पैसे दे दिये।
मै आप लोगो के सामने ये कहानी इसलिए नही ला रहा हु क्योकि मैने किसी की मदद की ये एक साधारण सी चीज है मगर ये असाधारण हुआ की जो लोग उस भाई की मदद नही कर रहे थे उन्होंने मुझे देख उसकी मदद की ये मुझे बहुत अच्छा लगा।
तो बस आखिर मे यही बोलना चाहूंगा की मेरी एक पहल से और बहुत से लोगो ने उसकी मदद की और मै आप सभी लोगो से यही प्रार्थना करूँगा की आप लोग भी किसी जरूरतमंद की मदद जरूर करे क्या पता आपके एक कदम बढाने मात्र से आपके पीछे शायद दस कदम और बढ़ जाए उस जरूरतमंद की मदद के लिए।
और दूसरी बात प्लिस् इन लोगो को समझने की कोशिश करो जितना ज्यादा हो सके।
